जय किसान ,जय किसान।।।।।।
जय जवान जय किसान। ...
जय जवान जय किसान। ...
भारत के लाल ने दिया हुआ यह नारा। ..
आज भी कानों में गुंजता है। ...
आज कोई वाली नहीं उनका। ऊपरवाला ही रखवाला
सरकार अपने अड़ंगे में है। ... कुछ सुननेके के लिए तैयार नहीं। ..
जो खेती करता है वही जानता है। .. उसके कष्टोंकी परिसीमा। ..
फसल आती है ,उसकी आंखे चमकती है। ...जैसे सोना ऊगा हो खेती में। ..
आने वाले पैसोंका जोड़तोड़ , हिसाब किताब। साहुकार ,बैंक .
मन ही मन में कर लेता, कितना कर्जा है । .. थोड़े सपने सँजोये लेता। ...
भूमिपुत्र कहलाता ,किसान कहलाता। ..कभी अपनी खेती ,कभी बटाई
दिनभर खेत में हल चलनेवाला किसान
सदियोंसे अपना एक ही धर्म निभानेवाला किसान
मानवजाती का भूख मिटनेवाला किसान
बड़ी प्यार से बीज बोता है। रखवाली करता बीजोंकी। ..
अपने श्रम से खेती में फसल उगाता है। ..
धुप छाव किसीकी पर्वा नहीं। ..बारिश होती तो मानो। ...
उसके सपने पुरे हो गए। ... सुजलाम सुफलाम धरती
पसीना बहता है। ... मेहनत करता कड़े धुप में। ..
उसके माथे की लकीरे बोलती है। ... कितना पसीना बहाया है। ...
धुप में ताप्ती उसका शरीर ,उसकी चमड़ी देखो ।
धुप एक एक परत चढ़के करके काली हो गयी... स्याही सी काली। .
कपडे में ढ़के माथे की लकीरे। शरीर में पड़ी सिलवटे
एक एक दिन की जैसे उसकी कमाई हो। ...https://kittydiaries.com/
श्रम के कमाई क्या मोल? हे सरकार ,कुछ तो बोल ?
और नंगे हाथ पाव। .. कीचड़ से लथपथ। ...
झुग्गी में रहना। .. चार बेटे बेटी। .. रिश्तेदार। ..
शिक्षा ,ब्याह ,कहाँसे पुंजी जुटाएं इतना ?
कितना बोझिल है । ... जीवन की लाख कठिनाइयाँ। ..
कैसे सह लेता यह सब हमारा अन्नदाता ?
अनपढ़ ,गवार ,क्या यही उसके विशेषण है ?
जिसका सबसे ज्यादा ख्याल रखना चाहिए। ....
उसको आज रास्ते पर खड़े होकर आंदोलन करना पड़ रहा। ...
अपने हक़ के लिए। .. कौन है जिम्मेवार इनका?
अरे ,जितना लगाया खेती में ,उतना दाम तो मिलाना है। ..
बड़े वेपारी आयेंगे , मीठी मीठी बातें होंगी और
फिर एक बार ठग जायेंगा किसान और ले जायेंगे फसल बेमोल भाव से ?
फिर जोड़तोड़ ,हिसाब किताब। .....https://kittydiaries.com/
कितना रुपैया बचेंगा किसान के हाथ ? कितना रुपैया बचेगा ?
दशा यही है हमारे किसानोंकी। ... जान भूमि में लगाता तब फसल आती। ....
जान की किंमत कौन वेपारी लगाएगा ? जान की किंमत कौन सरकार चुकायेगी ?
लड़ाई अभी अभी भी जारी है.... जितने का हौसला है। ...
अन्नदाता सुखी भव। .. https://kittydiaries.com/
जय हिन्द ,जय भारत। ..
जय जवान ,जय किसान।
जय किसान जय किसान।
लेखांकन। .. adv अर्चना गोन्नाड़े। ...
छान लेख ..अभिनंदन
ReplyDeleteआप क्या दाने किसानों का हाल? ठगता है मंडीयोमे ऊसे दलाल!मंडीया है गीद्धोके कब्जेमे मजबूर है अनपढ गवार!
ReplyDeleteसरकार दे रही है उसे दुसरा पर्याय उसकी मर्जी वो किधर जाय! लेकिन ये नामंजुर है ऊनको जो असलमें है किसानोके इस हालके जिम्मेदार! अन्नदाता समज नही पा रहा क्या अच्छा क्या बुरा! जा बैठता है ऊन्हीके संग जो नही है ऊसके तारणहार. मै किसान समझता हु इन तीन कानुनोको.दुनीयाका बाजार मेरे माल के लिए है तैयार. मेरा माल कहा बेचु मेरी मर्जी ना कोई रोकटोक ना कोई बंदीश.
आप क्या दाने किसानों का हाल? ठगता है मंडीयोमे ऊसे दलाल!मंडीया है गीद्धोके कब्जेमे मजबूर है अनपढ गवार!
ReplyDeleteसरकार दे रही है उसे दुसरा पर्याय उसकी मर्जी वो किधर जाय! लेकिन ये नामंजुर है ऊनको जो असलमें है किसानोके इस हालके जिम्मेदार! अन्नदाता समज नही पा रहा क्या अच्छा क्या बुरा! जा बैठता है ऊन्हीके संग जो नही है ऊसके तारणहार. मै किसान समझता हु इन तीन कानुनोको.दुनीयाका बाजार मेरे माल के लिए है तैयार. मेरा माल कहा बेचु मेरी मर्जी ना कोई रोकटोक ना कोई बंदीश.