कुछ अच्छा सा हो रहा है। ...
कुछ अच्छा सा हो रहा है। ...
न जाने कितने अर्सो बाद मैंने कलम थामी है। ..
कुछ अच्छा सा हो रहा है ,कुछ अच्छा हो रहा है।----१ ---
मै लिखती गयी ,श्याही से शब्द उतरने लगे है
कुछा अच्छा सा हो रहा है ,कुछ संभ्रम हो रहा है।----२ ---
शब्दों में भाव बहने लगे है ,मन भावविभोर सा है.
कुछ अच्छा हो रहा है ,कुछ अच्छा सा घट रहा है।---३---
शब्द रंग में लिपटे है ,रंगरूप अभी पलट रहा है।
कुछ अच्छा सा हो रहा है ,कुछ अच्छा सा लग रहा है --४----
भाव नर्तन कर रहे है मीरा सा प्रकट हो रहा है।
कुछ अच्छा सा हो रहा है ,कुछ अच्छा सोच रहा है। --५ ---
शब्दों का कोई बेपार न है ,माँ सरस्वती की देंन है--
कुछ अच्छा हो रहा है ,कुछ अच्छा सा पर देना है।---६----
दिल थामे मुझे लिखना है ,कलम चलती रहना है-
कुछ अच्छा हो रहा है ,कुछ अच्छा सा बंध रहा है।----७ ---
कुछ किरपा हो रही है, द्वार किलकिले हो रहे है
कुछ तो अच्छा हो रहा है, कुछ रोशनी आ रही है ,----८ ----
रसधारा हे खुदा की है , कई अर्सो बाद बरस रही है
कुछ अच्छा ही हो रहा है ,कुछ अच्छा सा हो रहा है ----९----
सिर पर आशीष रखे खुदा है ,झोली खाली न रहना है
कुछ अच्छा ही हो रहा है ,कुछ अच्छा सा हो रहा है ---१० ----
रचना --adv.अर्चना गोन्नाडेadv.अर्चना गोन्नाडे
कुछ अच्छा सा हो रहा है। ...
appratim , good going
ReplyDeletethanks a lot kulkarni .... nice comment . ahve agood day
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