जुल्फ़े नं लहराती तो क्या होता ?
जुल्फ़े नं लहराती तो क्या होता ?
जुल्फ़े नं लहराती तो क्या होता ?
उँगलियाँ जुल्फोँमेँ कौन फेरता ?
प्यार से जुल्फ़े कौन सहलाता ?
दिल की धड़कनें कौन सुनता ?
जुल्फोंकी बात और क्या कहने ?
उँगलियाँ जुल्फों से बतियाँ करें ?
घनी लहराती जुल्फें मुठ्ठी मेँ हाय?
कौन है दिवाने , क्या खेल खेलें ?
कर्णफुल भी क्या ख़ुशनसोब ?
जुल्फे बी बडे प्यार से टकराएं ?
कौन है बाजीगर उनगलियी में?
कौन अकारण लटों सुलझायें ?
मनमस्त जुल्फ़ें क्युँ कपोलं छेड़े ?
पवन शरारती वो कौन सवारे ?
जुल्फोंको कौन हौले रूह जताये?
क्यों सखी अब चुम्बन सताये ?
कैसी छाया भी जुल्फोंकी घनघोर?
कैसे नं कोई दिखें सखा चित्तचोर?
कासी विलग करू मै सावरे मनमोर?
कौन बसै धड़कने जुल्फों में शोरशोर?
रचना। ... adv अर्चना गोन्नाड़े archana gonnadehttps://kittydiaries.com/
Excellent
ReplyDeletethanks a lot .... sujit ...
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