कहाँ हो तुम। ..
आजकल अपने आप से मैं बात कर लेती। ..
किसीके पास इतनी फुर्सत जो मेरी बात सुने। .
और क्यों सुने ,किसीसे क्या रिश्ता मेरा ,किसीसे क्या वास्ता। ..
दो चार घडी बैठ ले , साथ में ऐसी किसीको फुरसत कहाँ। ..
थोड़ी बाते शाते हो जाये ,ठहाके लगे। .. अब तो जमाना गुजर गया। .
फुर्सत को ही फुर्सत नहीं , कह ठहाके लगाए। ..
भूल जाओ वो दुनिया को जब कही खाली क्षण कटे .
फुर्सत की घडी में , पागल की तरहा हसे ,खुप हसे। .
गाड़ी पर बैठके घूमना ,चार घंटे गप्पे लड़ना , अब कहाँ फुर्सत
खो गए सारे साथी कही। .. कहा है घड़ीभर फुर्सत कहाँ। .
रिस्तेदारी निभाओ तो गुन्हा ,न निभाओ तो भी गुन्हा। ..
रिश्ते से रिश्ता नं रहा ,कोई रिश्तेदार क्या कहना। ..
भूल चुक ,माफ़ी माँगो ,फिर भी रिश्ता कोई पत्थर दिल सा। ..
दरयादिल की रिश्तेदारी बस अब किसीसे क्या करना। ..
एकाग्र बैठे तो ,होता कुछ पीछे मुड़कर देखना। ..
कहा है फ़ुरसतें किसीको , सब उलझे हुए लगते है। ..
प्रभु भी अब समय का तकाजा देते। .https://kittydiaries.com/blogs/
फुर्सत नहीं है मेरे पास ,अनसुना कर देते। ..
रिश्ते तुमने बनाये भगवन ,तुम थोड़ी फुर्सतत निकालो। .
क्या हो रहा दुनिया में ,तुम भी तो जरा ऑंखें खोलो। .
तुम्हे भी तो पता चले ,सच्चा रिश्ता क्या है। ओर कौन है झूठा। ..
नासमझ हो भगवन तो क्या है रिश्ता तुमका हमसे। ..
फुर्सत मिले तो आ जाओ ,जरा आ जाओ ,
हम साथ बैठकर फिर कही हमतुम जरा हस लेते। ..
जरा जरासी फुर्सत में हो तुम, मासूम सा रो लेते। ..
थपकिया तुम्हारी, मेरी आँखों में नींद भर देते। .
तुम्हारी ही गोद में हम जरा सो लेते। ...https://kittydiaries.com/blogs/
फिर यदि ऑंखें खुली तो बार बार ठहाके लगातें। .
आओ भगवान फुर्सत में। .. थोड़ा थोड़ा हसं लेतें।https://kittydiaries.com/blogs/
कवयित्री। .. adv अर्चना गोन्नाड़े
adv. archana gonnade कहाँ हो तुम। ..
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super
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