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Tuesday 15 December 2020

A Table Of Two ......

10:03 0 Comments

 A Table Of Two ...... 


A Table Of Two ...... 
A Table Of Two ...... 

A Table Of Two ...... 



a table of two

 just i recall the days .... a coffee with you Dear.... 

We had such a pleasant time together .... 

just a silence in a bar .. you and me .... 

a corner table in a  Bar.. I love to sit there 

holding hands in hand ,being at table .....

waiting ...coffee to ordered.....

and more, both of us  keeping mum....   

silence speaks ...

a lush greenary through the windows... 

just hummings the songs ....

and dancing mind and soul...

A table of two ... we named that our corner ...

i laugh  a while that cherished name we given to corner...

couples passed by the table and.smile... 

cant catch any sound to ears...                                          

its miraculous..shhhh

its lingering at depth of inner soul

silence speaks...https://kittydiaries.com/


we met, feels eternal  

crossing the boundries of  hearts....

beyond the languege ...beyond words... 

neither words makes sound .... 

the coffee table ---A table of two... 

it speaks to me ... Deep silence in a Bar... 

reason to live .... I  met you dear 

reason to met ----I love you Dear.. 

reason to love ---- deep sigh deep silence....

silence speaks ...https://kittydiaries.com/


its so simple .....dont make it complicated...hhahhahah

a lot can happen over coffee

composition--------ADV ARCHANA GONNADE https://kittydiaries.com/.


A Table Of Two ...... 

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A Table Of Two ...... 

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Saturday 5 December 2020

सच हुए सपने

01:12 1 Comments

 सच हुए सपने --------



सच हुए सपने-----

सच हुए सपने---

dreams

dreamgirl


सच हुए सपने

सच हुए सपने

****************************************colors

सच हुए सपने------

सौदागर हु सपन्नोकी। कुछ पाना है कुछ खोना -

सपन्नों की बिणं डालना। ताना बाना बुनते जाना

एक ताना ओ एक बाना ।धागा धागा बुनते रैना

सपन्नों का अशियाना । छल्के सपने भिगे  नैना  


धागा में धागा  बुनती। मनोरम सपना चुनती.

चंचल है सपने सपने।  आहट कहीं  से घुमती।  

धागोंकी रूह सुनती     धागोंकी गुंजन झुमती

रूह में रूह अनसुनी ,धागो की अनहत चुमतीhttps://kittydiaries.com/

 

मन के  कितने धागे ।  राह सपन्नो की आगे 

 मनमौजी  मेरे सपने।    तिन-क तिनक भागे 

चार चाँद सपनें लागे।  मन ओर ओर माँगे 

लक्ष लक्ष द्धीप उजले। अणुरेणु में बाजी लागे।।

  

 वस्त्र एक सपन्नोंका।  सजाऊ मैं रत्न  जवाहिरे   

धागे कण कण मोती । बुने  प्रीत किनार सुनहरे।

रेशम से  भी  रेशमी ।    दर्पण हौले  से ललकारे।  

मधुमास सपनों का ।    रेशां रेशां ओ मधु  बिखरे। 

 

 सपने इन्द्रधनु मानो ,सतरंगी शबनम चुने 

धागा सपन्नोंका बाँधे। कितने बार सौ गिने 

गुल गंध भरे रंगों में।   रंगोमें रंगीं प्रीत भीनें

प्रीत प्रिया प्रितम की। खुले आसमां गीत सुनेhttps://kittydiaries.com/ 

   

अनजाने तात प्रीत में ,तमस मुख खिल ऊठे। .

.नासमझ है सपने अभी।सपन्नों के स्वाद मीठे  .

जवांहसीं सपन्नोंकी  कैसे। उमर भी लागे  झूठे

गुलगश्त छाँव से सपने। जन्नतें भी उम्रभर  रूठे 


composition  -- adv अर्चना गोन्नाड़े। .. adv archnna gonnade 

सच हुए सपने https://kittydiaries.com/

     सच हुए सपने






                     

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Thursday 26 November 2020

सेवानिवृत्ती आणि थोडं काही .....

20:36 6 Comments

सेवानिवृत्ती  आणि  थोडं  काही .....


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सेवानिवृत्ती  आणि  थोडं  काही .....



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https://kittydiaries.com/सेवानिवृत्ती  आणि  थोडं  काही .....


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सेवानिवृत्ती  आणि  थोडं  काही .....


सेवानिवृत्ती  आणि  थोडं  काही ....

enlightening--------------

सेवानिवृत्ती  आणि  थोडं  काही ....

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सेवानिवृत्ती  आणि  थोडं  काही .....

 माझे थोरले भाऊ....श्री .श्रीकांत पवनीकर 

आज नौकरी मधुन  निवृत्त झालेत ...भारतीय जीवन विमा प्राधीकरण 

 म्हणजेच LICI मधून ...

आपल्या कामांत असलेलं बरं ....

आपण बरं  आपलं काम बरं ....असं वाटतं। ..  

कामाची दगदग जरी  होतं असली ... 

तरी चार दिवस निवांत पणे घरी राहातं येतं ...

पुन्हा ऑफिस ला  रिझ्युम व्हायचं ... 

पंण आता कायमची सुट्टी ऑफिस मधून ... 

जरा  जड जातंय... मनातं कालवाकालव होतंय ... 

मागे पडलेले दिवस आठवतात ...  भुतकाळ 

माझ्या पिताश्रीचे अकाली निधन ...

आम्ही सहा बहीणभावंडं ...  

साऱ्या छोट्यांना काळ अकाली  मोठं करून गेला ...

वडील ऍडवोकेट  होते.. पेन्शन ,फंड हा प्रकार नव्हता ...  

त्यानंतर कुणीही कमावणार नव्हतं... 

कर्ता धर्ता माणुस काळांनं हिराऊन नेला ...

 समाजातली हितैषी माणसं मदतीला आलीत ...

मीठ मिरची ,दाणा  पाणी ... अनेक हातांनीं मदत केली ...

भगवंत कुठे कमी पडु देतं  नाही...

वडिलांचे  निधन झाले तेव्हा तो अवघ्या १९ /२० वर्षाचा

बारावी झालेला , कॉलेजला नुकताचं प्रवेश घेतलेला ...  

अश्यातच भाऊला नोकरी  लागली...

ग्रामसेवक म्हणुन काही वर्ष नोकरी केली ...

 घर थोडं सुरळीत झालं ,मार्गी लागलं ..

छोट्या भावा बहिणीचे शिक्षण सुरु झाले .

आयुष्याने वेग धरला ,गती आली ...https://kittydiaries.com/ 

बऱ्याच जबाबदाऱ्या ,कर्तव्य पार पाडले ... 

नोकरी करता करता  बी.कॉम पुर्ण केलं ... 

सरकारी नोकरीच्या परीक्षा दिल्यात ... 

 LIC मध्ये तो रुजु झाला ...पुढे एल एल बी केलं ..

सदा बडबडणारा आणि हसमुख ... 

बऱ्याच लोकांना त्यानं आपलंस केलं ..

अश्यातच लेखनाची आवड त्यांनी जोपासली ...

प्रवासाची त्याला भारी आवड ...

तेच  क्षेत्र त्यांनी लेखनासाठी निवडलं ... 

प्रवासवर्णन करून त्याला इतिहासाची जोंड दिली ...

सुंदर लिखाणं त्यांनी समाज माध्यमांतुनं प्रस्तुत केलं ...  

तरुण भारत,,पुणे ,नागपुर ,औरंगाबाद....  

लोकप्रभा  मधुन त्यांच्या बरेच लेख प्रसिद्ध झालेत .. 

त्यांचं एक पुस्तकंही प्रकाशनाच्या मार्गावर  आहे..

अपार कष्ट आणि मेहनत घेऊन .... 

लेखक, कवी ,गायक ,मुक्त पत्रकार ,एक उत्तम वक्ता...

आपलं व्यक्तिमत्व फुलवलं ..प्रसिद्ध झाले .

माझ्या आईचा वारसा आता तोच पुढे चालवणार ...   

LIC मधून आता तो निवृत्त होणार ... 

निवृत्ती ..... बंधनातुन मुक्त होणे ... 

बंधने कसले ? कंटाळवाण्या आयुष्याचे .. 

नोकरीचे ,विवाहाचे ,संसार रेटण्याचे,

रोजचा तोच  तोच पणा ....रुटीन 

पण  सुखदुःखाचे धागे  विणुन  , 

सगळ्यांना जाणुन घेऊन 

सुखासमाधानाने केलेला आपला संसार ....

अर्धांगिनीने,सौ .शीला श्रीकांत पवनीकर यांनी 

पावलोपावली केलेली प्रेमळ  सोबत ... 

 मित्रमैत्रीणीचा खळखळणारा धबधबा ....

नोकरीच्या निमित्ताने आनंदी सहप्रवासी .

शेकडो लोकांच्या संपर्कात असणे ..

नवनवीन कौशल्य आत्मसात करणे ... 

ऑफिसच्या प्रोमोशन पार्टी ट्रान्सफर ... 

कामाचं टेन्शन ,त्यामुळे होणारी चिडचिड ... 

यातुन साऱ्यांतून आता निवृत्ती ...

नको ती  धांदल नको ती लोकल ... 

संथ वाहते कृष्णमाई .... 

असं संथ आयुष्य आता जगायचे ...

पण भरभरून जगायचं ... 

जे क्षण निसटून गेलेत काळाच्या ओघात 

ते क्षण पुन्हा जगायचे , पुन्हा वेचायचे 

आयुष्याचा उपभोग घ्यायचा निवांत... 

जन्मदिन ,निवृत्ती आणि दिवाळी भाऊबीज... 

त्रिवेणी सोहळा आम्ही कुटुंबीयांनी साजरा केला ..

पिकनिक आणि पार्टी भाऊंनीवाहिनीने  प्रायोजित केली 

 भाऊबीजे ची घसघशीत ओवाळणी मिळाली ..

आयुष्याचा बराच मोठा पल्ला गाठलायं ..https://kittydiaries.com/

आईचे, देवांचे ,गुरुदेवांचे आशीर्वाद आहेतच ... 

आता पुढील निवांत आयुष्यासाठी शुभेच्छा ,शुभकामना ...

लेखांकन ..ऍड  अर्चना गोन्नाडे ...... . adV   ,archana gonnade

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भारत का संविधान। .

06:48 0 Comments

 भारत का संविधान। .






       भारत का संविधान। .

२६ नवंबर १९४९। .. 

हमारे भारत का एक सुवर्णक्षण। ... 

इतिहास के पन्नोंपर लिखा गया। ... 

२६ नवबर १९४९  के हमने अपना /

भारत का संविधान स्वीकार किया। .. 

आज इस घटना का स्मरणदिन। .. 

संविधान शब्द आया है विधान इस शब्द से। .. ... 

जैसे की हम विधिविधान कहते है। .. 

विधान सभा ,विधान परिषद् , विधिमण्डल। ...

विधान माने कायदा। राज्य करना है ना ,

इसलिए किसी व्यवस्था की आवश्यकता होती। ..

किसी राज्य या   देश सुचारु रूप से चलाने के  लिए...

कुछ कायदे  कानुन  बनाने पड़ते। . 

अच्छी व्यवस्था का निर्माण करना पड़ता। . ..https://kittydiaries.com/ 

सब लोगोंकी सुखसुविधा हो। . अत्याचार न हो। .. 

ऐसी व्यवस्था खड़ी करना , बड़ा मुश्किल है। .. 

इसलिए राज्यघटना की आवश्यकता होती है। ..

जैसे घर चलने के नीतिनियम होते है। ..

सुबह सवेरे जग जाना ,स्कूल जाना पढाई करना ,ओफ़्फ़िए जाना ,

टाइम पर खाना , बड़े बुजुर्ग का आदर करना। .. इत्यादि 

 वैसेही देश के भी नीतिनियम  है    ...

संविधान में कायदे लिखे होते ,

भारत देश का संविधान खुद अपने आप में एक कायदा है... 

सर्वोच्च कायदा ,संवैधानिक कायदा। ..  

इतने बड़े देश की व्यवस्था सम्भालनेके लिए। 

हमने २६ नवंबर १९४९ को संविधान को अपनाया। ... .

 हमारा भारत देश अंग्रेजो की चंगुलों में फसां था। .. 

२००  साल अंग्रेजों ने भारत देश पर राज किया। . 

माँ भारती गुलामगिरी की कडियोंमे जकड़ी थी। .. 

स्वातन्त्रसंग्रम में कई सुपुत्र शहीद हुए।https://kittydiaries.com/ .. 

कई माताओंकी गोद सुनी हो गयी। ... 

कई माँ बहनोंका सिंदुर उजड़ गया। .. 

लेकिन माँ भारती को बड़ी परिश्रम से आज़ाद किया। . 

माँ भारती के लाडले सुपुत्रोंने , सुपुत्रियोंने। .. 

१५  अगस्त १९४७ मेरा भारत स्वतंत्र हुआ। ..

देश किस तरके से चलाये , बड़ा यक्षप्रश्न था। .. 

देश को चलाने के कोई कायदे कानून नं थे। .. 

भारत का संविधान लिखने के लिए मसुदा  कमिटी बनई गयी। . 

डॉ.बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर इस मसुदा  कमिटी के अध्यक्ष थे। . 

सात लोगोंकी यह  कमिटी थी। .. 

श्री। अल्लादि कृष्णस्वामी अय्यर  , श्री ,एन.  गोपालस्वामी,

डॉ. बी आर .आंबेडकर ,श्री। कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी , श्री।सर सय्यद  मोहम्मद सदुल्ला ,

श्री। बी. एल. मिनार बादमे श्री माधव राव इन्होने इस पद को संभाला। . 

 ओर ,श्री।  डी.पी खेतान। ..

डॉ।  बी. आर आंबेडकर  इनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहा। .. 

इन्हे फादर ऑफ इंडियन कॉन्स्टिटूशन। ...

भारतीय संविधान के जनक कहा जाता है। .. 

भारतरत्न, भारत के  सर्वोच्च सन्मान से उन्हें सम्मानित किया। ...  

भारत का संविधान दुनिया में सबसे बड़ा  लिखित संविधान है 

पहले ३९५ कलमे/अनुच्छेद  , २२ भागोंमें बटे है , ८ अनुसूचियाँ थी। .. 

अब ४७० कलमे, २५  भाग। ओर १२  अनुसूचियाँ है। .. 

 काल के अनुसार संस्करण ,सुधारणा आवश्यक थी। ..

फिर भी मूल संविधान बदलनेकी इजाजत नहीं। ..

 भारत के नागरिकों ने लोकशाही का स्विकार किया। ..

अब्राहम लिंकन लोकशाही की व्याख्या करते है। 

ऑफ़ दी पीपल , बाय दी पीपल ,फॉर दी पीपल। . 

लोगोंका ,लोगोंद्वारा ,लोगोंके लिए....https://kittydiaries.com/

चलाया गया राज्य, देश याने लोकशाही ,डेमोक्रेसी। . .

प्रजासत्ताक देश ,प्रजासत्ताक राज्य। .....   .

संविधान के अनेक विशेषताएँ है। ... 

संविधान हर अनुच्छेद,कलम,परिशिष्ट  

काफी विचारविमर्श के बाद संविधान में लिखा गया है। .. 

हमारा भारत देश कैसा होगा। ... 

इसकी संकल्पना संविधानकारों की मन में  थी। ..

इस कल्पना को साक्षात् आकार दिया। ... 

ओर हमारा संविधान साकार हुआ। .. 

भारत का संविधान। ... 

२६ नवंबर। ... आज संविधान दिन। ..

संविधानकारोंको शत शत नमन। ... 

लेखांकन ---- ऐड अर्चना गोन्नाड़े। .... adv archana gonnade

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samvidhan

world constitution

father of indian constitution



Saturday 21 November 2020

चिऊ चं बारसं ....

11:04 0 Comments

चिऊ चं बारसं ....  








चिऊ चं बारसं .... 





चिऊ चं बारसं .... 

कपिल आणि केतकी ... नुकतचं लग्न झालेलं ...

म्हणजे सात आठ महिने झालेले लग्नाला  

आमच्या  फ्लॅट स्कीम मध्ये राहायला आलेले .... 

मुळात गोडं बातमीच घेऊन आलेले ... 

केतकी गरोदर असल्याचं कळलं .... 

मग काय अभिनंदन आणि आशीर्वाद .... 

कोरोना मुळे  तिला भेटायचं नाही .. संसर्ग व्हायला नको ... 

गोडं बातमीही लवकरचं आली... 

कपिल केतकी ला कन्यारत्न झाल्याचं कळलं ..

आनंदी आनंद चहुकडे ... पहिली बेटी धनाची पेटी ... 

सगळ्या आम्हा इथे राहण्याऱ्यांना आनंद ... 

काल त्या छोट्या चिऊचं बारसं होतं ....

घर छान सुंदर सजवलेलं .... प्रसन्न .. 

पांढऱ्या शुभ्र  आणि  फिक्कट गुलाबी रंगांची ...

फुलांची गोलाकार आकर्षक सजावट... 

मधोमध चिऊचा पाळणा ..https://kittydiaries.com/

पृथ्वीतलावर जणु  एक नन्हीं परी आली ... 

केतकी आई चिऊला कडेवर घेऊन होती ... 

जगातलं अत्यंत सुरेख नातं ...आईचं अन आईपणाचं ...

आईचं अन बाळाचं ,मायेचं प्रेमाचं 

केतकी आईपण मिरवतं होती अन 

कपिलचा  बाबा होण्याचा रुबाब ... 

चिऊनि सुंदर पिवळा फ्रॉक ,त्यावर सुंदर हेयर बँड ... 

गोडं गोंडस ,दिसतं होती  चिऊ ..https://kittydiaries.com/.

कुणी गोविंद घ्या ,कुणी गोपाळ घ्या... 

कुणी राधा घ्या ,कुणी रमणी घ्या ...

कानांतं कुणी आत्यानी कुर्र्रर्र्रर्र्रर्र केलं .... 

चिऊ बेटीचं  नाव ठेवलं कस्तुरी ...

कपिल ,केतकी आणि कस्तुरी .... 

छान वाटलं .. प्रसन्न वातावरण  ..

चिऊ ,चिऊ ची आई ,चिऊ ची आजी आणि

चिऊ च्या आज्जींची आई .... 

अश्या चार पिढ्यांचा हा सुखसोहळा .... 

मोठया आज्जीवर चांदीची फुलं अन 

साधी फुलं  उधळलीत... 

चिऊ आज्जीच्या कुशीत बसलेली   ... 

चिऊच्या डोईवर काही पाकळ्या  ओघळलयात... . 

चार पिढ्यांचे आशीर्वाद जणू चिऊला लाभले ... 

बाळा जो जो रे ,बाळा जो जो रे 

पापणीच्या पंखांत झोपु दे डोळ्यांची पाखरे . 

अंगाई गीत ते आजची एक नन्हीं परी .... 

सुदंर सुमधुर गाणी गायलीत ... 

काका काकु,मामा मामी .आत्या ,मावशी ... 

पारंपरिक जरीकाठाच्या सुंदर साड्या ... 

त्यावर ठसठशीत  दागिने ,मोत्यांचे अलंकार ...  

आम्ही मैत्रिणी तर सजून धजूनचं गेलो होतो...

केतकीला हळदीकुंकु, ओट्या ,आहेर भरून झाले ... 

आईपणाचं सुखं ती अनुभवत होती . .. 

लेकीकडे कौतिकानं बघत होती ,पापा घेत होती 

 काही बालगोपाल धोती कुर्ता घालुन ... 

चिऊ चे छोटे छोटे दादा ताई . ... 

त्यांनीही गाणं गाऊन चिऊचं कौतुक केलं ...

चिऊ पण टुकटुक बघत होती .. 

तिला सारं आवडलयं असं सांगत होती ...

चिऊ, आई, आजी, आत्या . चौकडी छान जमली ... 

मस्त मस्त देखणे फोटोसेशन ... 

कॅमेरा सारखा क्लिक क्लिक करत होता ... 

पण ह्या कौटुंबिक सुख सोहळ्याच्या आठवणी ..

मनातं बद्ध  झाल्या  ,कैद झाल्यातं ....

चिऊसं खुप खुप आशीर्वाद ... 

शुभं भवतु ....... 

लेखांकन ... adv. अर्चना गोन्नाडे   







 


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Friday 13 November 2020

शुभ दिपावली २०२०

22:47 0 Comments

 शुभ दिपावली २०२०  शुभ दिपावली २०२०















शुभ दिपावली २०२०

प्रकाशाचा उत्सव दीपोत्सव ,

इवल्या इवल्या अगणित ज्योतींनी धरा नटलेली .

असंख्य  दीपांच्या सोनसळी रंगात धरित्री सजलेली ... 

पहाटेचा उबदार गारवा ,दवबिंदुचा सुगंध ,... 

स्पर्श ,सारंच कास मनाला मोहुन टाकणारं ... 

रस रूप गंध स्पर्शांनी पुलकित असलेली ..

आकाशाची हि न्यारीच तऱ्हा ... 

अमावास्येच्या रात्री अगणित  असंख्य

लुकलुकण्याऱ्या ताऱ्यांनी

 आकाश सजलेलं निखारलेलं..... 

अमावास्येच्या रात्री चंद्रमा नाही ... 

काळ्याभोर गगनांत एकेका ताऱ्याला

 प्रकाशण्याची संधी. लुकलुकण्याची संधी .... 

तिमिराला मागे सारून उजळण्याची संधी ... 

 धरित्रीच्या चैतन्याने ...

 ज्योतींनी आसमंत उजळला कि ..

 आकाशगर्भांतुन धरा धरित्रीचं ... 

तेजोवलयातं गुरफटलेली ... 

सृष्टीची अलगद पावलं ... 

लक्ष्मीची पावलं आपल्या घरी दारी येऊ देतं ... 

सुख संपत्ती आरोग्य संपदा आपल्याला लाभू देतं ... 

मनातला अंधार दुर होऊ दे .. 

प्रकाशानं सारं जिवन उजळू दे ... 

तमसो मा ज्योतिर्गमय ... 

शुभ दीपावली २०२०... 

 शुभकामना लेखांकन ... adv अर्चना गोन्नाडेhttps://kittydiaries.com/


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Sunday 25 October 2020

माँ सिद्धिदात्री। ..नवमं सिद्धिदात्रीच -----नवरात्री ९ एवं दशहरा

03:11 0 Comments

माँ सिद्धिदात्री। ..नवमं सिद्धिदात्रीच -----नवरात्री ९ एवं दशहरा 


माँ सिद्धिदात्री। ..नवमं सिद्धिदात्रीच -----नवरात्री ९ एवं दशहरा 
प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी।
तृतीयं चन्द्रघंटेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम् ।।
पंचमं स्क्न्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च ।
सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम् ।।
नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गाः प्रकीर्तिताः ।।
जय मैया। .... नमोनमः। माथा टेकु माँ। .. 
प्रथम दिन घटस्थापना से शुरू हुआ 
नवरात्री का आज समापन। ...
आज सिद्धिदात्री माँ पुजन। ... 
विविध नऊ रुपोंमे माँ साक्षात् आपका दर्शन। . 
कितना सुन्दर ओर प्रसन्न। ..... 
 मनःचक्षु में आपका रूप बसा हुआ। .. 
आज माँ सिद्धिदात्री का पुजन।।।। 
पुजा ,पठन, नित्य उपासना मन को स्थिरत्व देती। ...
अष्ट सिद्धि का वरदान प्राप्त होगा माँ आज..
पहले तो मन आत्मा सिद्ध करना होगा। .. 
सिद्धि प्राप्त करनेके लिए। ... 
मन स्वच्छ ,सुन्दर पवित्र होगा तो 
सिद्धिदात्री माँ अपनेआप हमारे द्वार आएँगी  . 
जो हर मनोकामना पुरी  करेंगी।।।
आज हमें क्या सिद्धि चाहिए माँ। ...
जिनेका सहारा चाहिए। निःसंशय मनसे
चंचल मन की अवस्था माँ तो जानती है। ... 
माँ सिद्धि ही एक दो मन स्थिर रहे। .. विचार स्थिर रहे। https://kittydiaries.com/
मन है करना सिद्ध ---- बुराइयों के विरुद्धः 
मन  है करना सिद्ध ----बुरी आदतों के विरुद्ध 
मन करना सिद्ध है  ----बुरी समाजधरणा के विरुद्ध 
मन है सिद्ध करना----बुरे  समाज धुरीणो के विरुद्
मन सिद्ध करना है ---आतंकवाद के विरुद्धा 
मन सिद्ध करना होगा ----दहशतवाद के विरुद्ध
मन सिद्ध करना होगा ----जीवन के उलझनों के विरुद्ध
मन पर विजय पाना। . सहजसाध्य नहीं। ... 
उपासना,आराधना का मार्ग ही अपना सकते।।।
सिद्धि पाने के  लिए पहले तो मन शुद्ध करना है। .. 
मन की अगणित क्रियाएँ उपासना में बाधाएँ डालती।।। ..
कभी किसीसे क्रोध होता ,इर्ष्या होती ,द्धेष होता। ... 
हम तो मानव है। निराशा ,संशय ,आलस्य होना है... 
हम सर्वसाधरण मनुष्य है। ..लोभा में मोह में अटके जाते। .. 
रावण भी तो दशग्रंथि ब्राम्हण थे। ...क्यों मोह हुआ सीता  का।? .. 
सीतामैया को मालुंम था ,कस्तुरीमृग का अस्तित्व नहीं है 
फिर क्यों सीतामैया भागे वो मृग के पीछे। .. 
लक्ष्मण रेखा अंकित कर गए। ... मैया ने रेखा लाँघ ली। ..
प्रभुराम  भी कुछ नं कर पाएं। .. 
सब कालचक्र है ,समय चलते रहता।  
परिस्थिती ऐसे आन खड़ी होती। .... 
मैया तुम्हारे आगे सबको शीश झुकाना है। .....
रावण को जलाना आसान है। ... 
रावणी प्रवुत्तियोंको जलाना कठिण है। ... 
हमे अपनी बुराई त्यागना है, दुष्ट प्रवृत्ति त्यागना है। ...
सत्कर्मो का पलड़ा भारी हो जाएगा। ... 
बुराई ,हीनं प्रवृत्ति का विनाश होगा। .. 
चारो तरफ उजाला होगा।,रोशनी होगी। .. 
तमसो माँ ज्योतिर्गमय।।।।
अंधःकार से प्रकाश की ओर प्रस्थान। ..
दीपज्योति नमोःस्तुते। ..  
यही सिद्धि दो माँ सिद्धिदात्रीआज वरदान में । ....
 नववं सिद्धिदात्री। ...https://kittydiaries.com/
सिद्धिदात्री माँ साष्टांग प्रणिपात। ..
लेखांकन ---- adv अर्चना गोन्नाड़े archana gonnade 
 ek kavita ... apake liye from my blog
 
 कुछ अच्छा सा  हो रहा है। ... 

न जाने कितने अर्सो  बाद मैंने कलम थामी है। .. 

कुछ अच्छा सा हो रहा है ,कुछ अच्छा हो रहा है।----१ --- 


मै  लिखती गयी ,श्याही से शब्द उतरने लगे  है 

कुछा अच्छा सा हो रहा है ,कुछ संभ्रम हो रहा है।----२ --- 


शब्दों में भाव बहने लगे है ,मन भावविभोर सा  है.

कुछ अच्छा हो रहा है ,कुछ अच्छा सा घट रहा है।---३---


शब्द रंग  में लिपटे है ,रंगरूप अभी पलट रहा है। 

कुछ अच्छा सा हो रहा है ,कुछ अच्छा सा लग रहा है --४----


भाव  नर्तन कर रहे है  मीरा सा प्रकट हो रहा है। 

कुछ अच्छा सा हो रहा है ,कुछ अच्छा सोच रहा है। --५ ---


शब्दों का कोई बेपार न है ,माँ सरस्वती की देंन  है--

कुछ अच्छा हो रहा है ,कुछ अच्छा सा पर देना है।---६----  


दिल थामे मुझे लिखना है ,कलम चलती रहना है-

कुछ अच्छा हो रहा है ,कुछ अच्छा सा बंध  रहा है।----७ ---  

 

कुछ किरपा हो रही है, द्वार किलकिले हो रहे है

कुछ तो अच्छा हो  रहा है, कुछ रोशनी आ रही है ,----८ ----


रसधारा हे खुदा की है , कई अर्सो बाद बरस रही है   

कुछ अच्छा  ही हो रहा है ,कुछ अच्छा सा हो रहा है ----९----


सिर पर आशीष रखे खुदा है ,झोली खाली न रहना है    

 कुछ अच्छा ही हो रहा है ,कुछ अच्छा सा हो रहा है ---१० ----

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Saturday 24 October 2020

माँ श्रद्धारूपिणी। ..... अष्टमं महागौरी ---नवरात्री --८

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माँ श्रद्धारूपिणी। ..... अष्टमं महागौरी ---नवरात्री --८

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माँ श्रद्धारूपिणी। ..... अष्टमं महागौरी ---नवरात्री --८ 

या देवी सर्वभूतेषु श्रद्धा-रूपेण संस्थिता। 

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ 

प्रणाम माँ। ... माथा टेकती हु माँ तुम्हारे चरणों पर। ..

अविरत स्त्रोत हो तुम माँ ऊर्जा का। .... 

घर घर में भजन -पुजन से समां बांध रखा है। ..

वातावरण में शुद्धता है। ... अनोखा सा प्रकाश है। .. 

दशदिशोंये प्रफुल्लित है, भक्ति का सुगंध है। ..

आज अष्टम दिन तुम्हारे  पुजन का। ... 

महागौरी के मनभावन रूप में आज आप होगी माँ। ..

छोटी छोटी  प्यारी प्यारी कन्याओंका पूजन होगा। 

वृषारूढ़ा हो तुम ,श्वेतवर्णा हो तुम। . .... 

सौभाग्य अलंकार से आज  पुजा बांधेंगे। ... 

सौभाग्य का चढ़ावा आज अर्पित होगा  मैया ।।। 

पुजा होंगी,स्तुतिगान ,मंत्रपठण होंगे।। 

माँ तेरी आराधना में आज फिर भक्तगण लीन  होंगे।।।।

 कितनी श्रद्धापुर्वक करते माँ हम आराधना तेरी। .. 

 तुम माँ हो ,तुम तो भला  ही सोचोगी  नं हमारा । .. 

 हमें अच्छा ही सिखाओगी नं माँ। ... 

ममता ,माया ,दया,करुणा ,..... 

भाव है , मन के आधार है https://kittydiaries.com/

भक्त श्रद्धावान है। .. बड़ी श्रद्धा से पुजा बांधता। ...

श्रद्धा है तुमपर , हां सब कुछ अच्छा ही होगा। . 

श्रद्धा है तुमपर , विश्वास है तुमपर ,सब अच्छा होगा। . 

श्रद्धा है तुमपर , सब संकटों का निवारण होगा। .. 

श्रद्धा है तुमपर ,हम सुरक्षित होंगे तेरे छाव में। .. 

श्रद्धा है तुमपर ,हम चैन से जी सकेंगे ,सुकुन है 

श्रद्धा है  तुमपर ,सर्वे सुखिना सन्तु 

श्रद्धा है तुमपर , हम निरामय ,स्वस्थ जीवन जियेंगे। .. 

श्रद्धा है तुमपर , मित्र परिवार ओर परिजन सुखी रहेंगे 

श्रद्धा है  तुमपर ,उमंग ,उत्साह बने रहेंगा। ..

श्रद्धा है  तुमपर , बालबच्चों पर कोई आंच नं आने दोगे । .. 

श्रद्धा है तुमपर , करुणा ,प्रेम ममत्व हम पर बरसेंगा। .. 

श्रद्धा है माँ तुमपर,हम भक्तोंपर आशीर्वाद बना रहेंगा 

श्रद्धा तो अंतर्यामी है। जहॉ स्थिर होती  वही ठहरती 

जन्म से जिस जगह हम पले है ,बढे है। ..

वहाँ के संस्कार से हमारा गठन होता। ..

जो हम देखते है ,अनुभव करते है। बचपन से। .. 

बुद्धि उसे ग्रहण कर लेती। ..https://kittydiaries.com/

एक बार जो बचपन में ग्रहण कर लिया। .. 

उसे बदलना मुमकिन नहीं  । ... इतना सहज नहीं है। .. 

बचपन में जब संस्कारों की झोली भर जाये। ... 

फिर इतना आसान नहीं उससे मुकरना। .. 

श्रद्धा धर्म है ,श्रद्धा विचारधारा है। .

श्रद्धा अर्चना है ,श्रद्धा उपासना है। .

श्रद्धा आदर है ,श्रद्धा भक्ति है। 

श्रद्धा आस्था है श्रद्धा निष्ठा है 

श्रद्धा प्यार है ,श्रद्धा लगन है। .. 

श्रद्धा प्रार्थना है ,श्रद्धा प्राणार्पण है। ....

श्रद्धा इतनी है गहिरी है। .... निष्ठावान है। .. 

मैं अपने  प्राणार्पण कर दु । .. 

प्राण नौछावर कर दु। .माँ तेरे पुजन में। .. .

कोई मेरी श्रद्धा हिला नं पाए। ..

कोई भी ठेस नं पहुंचाये मेरे विश्वास को।  

माँ तुम भी नहीं हो अधिकारी इसकी। . 

श्रद्धा एकमेवाद्वितीय होती है। .. 

वो तुम हो माँ। .... 

अष्टमं महागौरी। ...https://kittydiaries.com/

माँ महागौरी के चरणों में  साष्टांग प्रणिपात। ... 

लेखांकन --adv अर्चना गोन्नाड़े archana gonnade



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